श्रावण शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी के रुप में हमारे देश में त्यौहार मानाने का विधान है काल शर्प दोष के संती के लिये नाग पन्चमी सर्ब श्रेस्ठ तिथी नाग पंचमी है अगर आपके कुण्डली में काल सर्प योग है तों ज़रूर इस दिन काल सर्प योंग का शान्ती करे काल सर्प योग कुण्डली में उस स्थिती में बनता है जब कुण्डली के समस्त ग्रह राहू और केतू के माध्य हो काल सर्प योग मुखयतः बारह प्रकार के होते है ,जिसका बिभिन्न लग्नो पर अलग अलग प्रभाव परता है .जैसे 1.अनन्त ,2.कुलिक .3वासुकी ,4.संखपाल .5.पदम ,6.महपद्म ,7.तचक .8.करकोटक .9.संखनाद .10.पातक ,11.विषाक्त ,12सेष नाग \\इसकी सन्ति कराने से ये दोष सांत हो जाता है
sravan
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