शनिवार, 20 अगस्त 2011

jai sri krishna

जै जै श्री कृष्ण श्री कृष्ण
  करारविन्दे पदार्बिन्दं मुखर्विन्देन विन्वेस्यन्तं    वटस्यपात्रास्येपुटेशयाने बलमुकुन्दं मन्शस्मरामि    

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