स्वामी स्वरूपानंद को हर हर मोदी से आपत्ति है। उनका कहना है ब्यक्ति पूजा नहीं होनी चाहिए ,ये गलत है। लेकिन जब कोंग्रस ने सोनिया गांधी कि सरस्वती मूर्ति बनाकर मंदिर बना दिया और कांग्रेशी उस का पूजा करते है ,तब ये क्यों नहीं बोलते। जब हिन्दुओ को अकबरुदीन ,जाकिर नईक गली देते है जब आजम खान भारत माता को डायन बोलता है कुछ नहीं बोलते ,कभी गो हत्या या हिंदुत्व् कि बात नहीं करते। सिर्फ गेरुआ बस्त्र पहन लेने से कोई साधू संत नहीं बन जाता है।
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