राजनीती या तमाशा। मित्रो आज राजनीती इतना निचे गिर गया है , की अपने नेताओ को जब तमाशा करते देखते है तो दुःख होता है की ये नेता अपने राजनितिक हित के लिए किश हद तक गिर सकते हैं ऐसा दृश्य पहले कभी देखने को नहीं मिला। पहले दो चार नेता ही घटिया राजनीती करते थे ,जैसे लालू यादव ,मुलायम ,मायाबती। अब देख रहा हु ,जबसे केजरीवाल , राहुल ओवेसी आजम अखिलेश आदि। ये लोग तो लाशो पर गिद्ध के तरह टूट परते है और अपना घटिया राजीतिक रोटी लाशो पर सेकते हैं , घिन्न आती है ऐसे टुच्चे गली के कु से , इन्हें देश की चिंता नहीं कभी देश हित की कोई बात नहीं करते , आतंकबादियो ,देश द्रोहियो के सपोर्ट में खरे हो जाते है , अब लोग इनके घटिया राज नीति से तंग आ चुकी हैं। कुछ दोगले पत्रकार भी इनका सपोर्ट करते है। अब वक्त आ गया है , एशे देश के दुश्म
नों को जनता दौर दौर के इनके बिल में घुसा देगी।
नों को जनता दौर दौर के इनके बिल में घुसा देगी।
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