मोदी जी की जन्मकुंडली। मोदी जी का जन्म 17 सितंबर 1950 को मेहसाणा गुजरात में 12 . 09 बजे हुवा।
जन्म के समय बृश्चिक लग्न और बृश्चिक राशि था। लग्न और राशि का स्वामी मंगल है मंगल को नवग्रह में सेनापति माना गया है , मंगल द्र्ढ साहस देता है मंगल निर्भीक बनाता है ,और भरपूर ऊर्जा देता है करा निर्णय लेना मंगल का गुण है , मंगल जरुरत से ज्यादा जिद्दी साहसी और अपने बिचारो से पीछे नहीं हटने बाला , प्राण जय पर बचन न जाये ये मंगल का गुण है। मोदी जी की कुंडली में प्रतिनिधि ग्रह मंगल लग्न में स्वराशि बलबान है। कुंडली में मंगल के साथ चंद्र का युति , चन्द्रमा राजयोग कारक है ,चंद्र भाग्य स्थान का स्वामी लग्न में राजयोग तो बना रहा है ,पर चंद्रमा नीच का है ,चंद्रमामानशोजातः ,चन्द्रमा मन का करक ग्रह है जो मानषिक तनाव बिरोधियो द्वारा मिथ्या आरोप प्रपञ्च लगते रहेगें। लग्न राशि का स्वामी मंगल का लग्न में होना बैबाहिक सुख नहीं दिया। कर्म स्थान के स्वामी सूर्य लाभ स्थान में उच्च के बुध के साथ बुद्धादित्य योग बना रहे है ,सूर्य राजकीय ग्रह है ये राज्यसत्तासुख देता है और बुध बाणी का करक ग्रह है ,बुध उच्च का होने के कारण नरेन्द्र भाई मोदी बहुत अच्छे बक्ता हैं इनके भाषणों में एक अलग प्रभाव होता है। किसी भी राजनेता को सत्ता सुख तभी मिलता है जब जनता सपोर्ट करे , ज्योतिष में जनता का बिचार चौथे भाव से किया जाता है। इस कुंडली में जनता स्थान का स्वामी शनि है और कर्म स्थान में बैठा है पर शनि अपने शत्रु राशि सूर्य के घर में है ,जनता का एक वर्ग मोदी का जल्दी भरोसा नहीं करेगा पर अंत में कोई रास्ता नहीं दिखने पर भरोसा करना पड़ेगा। गुरु शनि समसप्तक है ऐसा योग जातक को सन्याश के तरफ प्रेरित करता है , मोदी जी अपने प्रारंभिक जीवन में सन्याशी का भी जीवन बिता चुके हैं। बर्तमान में चंद्र की महादशा चल रही है जो राजयोग कारक है , 13 . 03 . 2018 से 12 . 10 . 2018 , तक समय ठीक नहीं है उस समय बिशेष स्वास्थ और सुरक्छा का ध्यान रखना पड़ेगा। वैसे भी लग्न में बलवान मंगल कभी भी घातक हमला करवा सकता है। 2027 तक मोदी का बिजय रथ आगे बढ़ता जायेगा। पंडित पंकज मिश्र कोलकाता। मित्रो बिस्तार भय से इस लेख को यही बिराम देता हु।
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